लेखनी प्रतियोगिता -05-Jun-2023 तुम्हारी यादें बनी सौगात
शीर्षक- तुम्हारी यादें बनी सौगात
यादो की सौगात हो।
तुम्हारे साथ हर रात हो।
बनूं तुम्हारी सजनी।
मांग भरूं मैं अपनी।।
दूर हो सारे गिले शिकवे।
न बने रात शाही चकवे।।
जब भी हम मिलते।
राह में पुष्प खिलते।।
चले जैसे मंद हवाएं।
दिल की गलियों में समाए।
भीग रहे हैं तेरे प्यार में।
धीमे धीमे होता इजहार रे ।।
बन जाएं यादों की बारात।
रसना पर हो नाम तेरा दिन रात।।
खुशनुमा रहे हमारी जिंदगी।
सातों जन्म रहे बंदगी।।
लेखिका
प्रियंका भूतड़ा
ऋषभ दिव्येन्द्र
06-Jun-2023 12:25 PM
बढ़िया लिखा है आपने
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Reena yadav
06-Jun-2023 10:09 AM
👍👍
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Punam verma
06-Jun-2023 09:35 AM
Very nice
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